गुजर जाते है यादों के लम्हे जब
तब बचपन याद् अाता है
गुजर जाते है यादों के बचपन
तब जवानी याद आती है
गुजर जाती है आधी जवानी
तब पैसा याद आता है
पैसा पैसा केवल याद आता है
ये पास होता है मेरे जब
तब अपने उतने ही होते है
पैसा ऐसा है न गुजरने देता है
न बदलने देता है
जिसके पास आ जाये वो बदलता है
लेकिन वो खुद नहीं बदलता
अपने ही जब पास होते है
तब पैसे कैसे पास होते है
ये तो नशीब वालों को मिलते है
नहीं तो पैसा पास होता है
नहीं तो अपने पास होते है
बदलते देखे है दुनिया के रंग रूप
बदल जाते है गरीबी में रिश्ते
गुजर जाते है ज़िन्दगी के हर दिन
केवल पैसे के पीछे भाग भाग कर
तब बचपन याद आता है
गुजर जाते है यादों के लम्हे जब॥॥
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