मैं तब भी तुमको चाहुगा ,जब जुल्फे काली से सफ़ेद
हो जाएगी
मैं तब भी तुमको चाहुगा ,जब गालों पर झाई पड़ जाएगी
फिर भी तुमको मैं कितना चाहुगा ,लेकिन फिर भी तुमको
चाहुगा
याद पुरानी जब हमको आएगी आपकी ,तुम थोड़ा सा मुस्करा
देना तब
हा चला हु इस सफर में अब हम है दो राही ,साथ तुम
देना हर दम मेरा
जब तक साथ ये ज़िन्दगी होगी तब तक साथ आपका ही चाहिए
होगा
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