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कलम तू आज किसको याद किया है तूने फिर से
उसी नाम को आज लब्ज पर दिया
कलम तूने फिर से उसे याद
जो तुझसे नाराज होकर भी पास है
तूने क्यों नहीं कहा उससे अब तक
तू मेरा है मई तेरा हु कलम
तू कह भी कैसे सकता था मेरे यार
तेरे कहने से पहले ही तुझे
उसका उत्तर मिल चूका था मेरे यार
अब तो जरा रुक के चल
जाने किस शब्द में मेरे यार का नाम जाये
कलम तुझे तो पता ही है तेरा महबूब फिर भी
तूने कागज पर दिल को लिख डाला
कलम तूने ऐसा क्या सोचा
जो तुमने फिर से लिक्ख डाला
कलम तू आज किसको याद किया है फिर से
उस महबूब को देख लिया है
जो तेरा होकर भी तेरा है
कलम मंजिल भी क्या होती है
एबीएन जाये तो मकान कहलाती है
बिगड़ जाये तो खँडहर कहलाती है
कलम तूने आज फिर से उस
चेहरे को याद किया जो तेरा हो सका
ऐ कलम अब तो जरा रुक के चल
जाने किस शब्द में मेरे यार का नाम जाये॥॥



Rahul “Nitin”Gupta (BE Civil Engineering ,PMP,MBA Project Management ) is Project Director of this organization he have 8 years of experience in construction industry .He is experts in Site execution, planning , billing department ,Technical advisor .

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