देख तेरी महफ़िलों ने
मुझे तुमसे कितना दूर कर दिया
देख तेरी यादों ने,मुझे कविता लिखने से मजबूर कर दिया
तेरी दुनिया के लोगों ने,मुझे गुलाम बनाना क्यों चाहा
तुझे याद करके बिता सकता हु,लेकिन तेरी यादों की
तेरी दुनिया का गुलाम नहीं ,मै बन सकता हु
बस हमने भी सिख लिए है,गम इतने दुनिया के
की शायद लिख कर बता देता हु, हम तो हंस कर जी लेंगे
लेकिन तेरी दुनिया का क्या होगा
हम तन्हाई में कही बिता लेंगे
लेकिन तेरी दुनिया का मकसद
झूठा ही रह जायेगा , बस अब तू तो देख अगर
आज है तो नजर उठा, अपनी ज़िन्दगी के जरा तू
अपने जकड़े पैरों को तो उठा,देख तेरे संसार की हालत क्या होगी
जरा कभी नजरे मिला कर देखो
मैंने पापों को है धूल दिया
बरह्मचर्य के इस तेल से
देख तेरी महफ़िल ने
मुझे तुमसे कितना दूर कर दिया  ॥॥



Rahul “Nitin”Gupta (BE Civil Engineering ,PMP,MBA Project Management ) is Project Director of this organization he have 8 years of experience in construction industry .He is experts in Site execution, planning , billing department ,Technical advisor .

Related Articles

  • Deewana2019-01-28दोस्ती थोड़ी सी पी शराब थोड़ी सी उछाल दी कुछ इस तरह से हमने जवानी निकाल दी हमने सिय… Read More
  • Deewana2019-01-28तेरी याद न तो तू आयी होती न तेरी याद आयी होती मै तो यही का यही रह गया होता पर तू य… Read More
  • Deewana2019-01-22ग्यारह कभी का वो ग्यारह बारह बन गया बीते मेरे जो दिन आज कल में वो आज कल से दीवान… Read More
  • Deewana2019-01-28बाहर से जब मै घर आया बाहर से जब मै घर आया माँ देखि बेटे को अपने हुआ दुःख माँ को अब … Read More
  • Deewana2020-04-02 Saat Sal / सात सालNozoto थी तो वोह एक नादान सी कली पता न मुझे था , न उसे था बन जायेगे हम एकदूसरे… Read More
  • Deewana2020-06-06मैं तब भी तुमको चाहुगामैं तब भी तुमको चाहुगा ,जब जुल्फे काली से सफ़ेद हो जाएगी मैं तब भी तुमको चाहुगा… Read More

0 Comments:

Please do not message any spam