जीना
मुझे अब कुछ करना होगा
त्याग तपस्या से जीना होगा
चाहे हो कीचड़ में चाहे हो फूलों में
मुझे अब कुछ करना होगा
मान जान हो चाहे हो अपमान,मुझे अब कुछ करना होगा
अब मुझे धर्म को पाना पाना होगा
त्याग तपस्या से जीना होगा
मुझे अब कुछ करना होगा
चाहे हो कांटे चाहे हो ठोकर
उन काँटों पर मुझे जीना होना होगा
मुझे अब कुछ करना होगा
अंगार हो या वर्फ,अंगारों पर मुझे रहना होगा
सत्यता से अब दुनिया का दिल जितना होगा
मुझे अब कुछ करना होगा
शायद तुझे पता चले पर वर्दास्त न हो
पर मुझे अब कुछ करना होगा
ठोकरे हो चाहे हो साजिश
मुझे ठोकरों पर चलना होगा
मुझे अब कुछ करना होगा ,त्याग तपस्या से जीना होगा
मुझे अब कुछ करना होगा
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