उठो सोने वालों सबेरा हुआ है
चिड़ियों का डालियों पर बसेरा हुआ है
घर से निकल कर तो देखो
सूरज का भी सबेरा हुआ है
उठो सोने वालों सबेरा हुआ है
नयी ताजगी नयी उमंग
जरा निकल कर देखो
नदियों के जल का भाप में
ऊपर आकाश में उड़ना हुआ
जरा निकल कर तो देखो
उठो सोने वालों सबेरा हुआ है
बांगों में चिड़ियों का चहकना
आकाश में भी सूरज का निकलना
उठो सोने वालों सबेरा हुआ है
ठंडी हवा का चलना
मंद मंद सीतल निर्मल
सबके मन को भाने वाली
चंचल सुन्दर हवा का सबेरा हुआ
उठो सोने वालों सबेरा हुआ
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