सितारे
इन चाँद सितारों की दुनिआ में सूरज कहा से उगता है
समय के आने पर ही इस दुनिआ में सब कुछ बनता है
इन चाँद सितारों की दुनिआ में रोसन कहा पर बिकता है
मेरे जीवन का जखम कहा रोता है
इन चाँद सितारों की दुनिया में किरणे भी छा जाती है
मन भवन को लछ्य हमारा लछ्य हमारा कहा पर रहता है
इन चाँद सितारों की दुनिया में मुझको खो जाना पड़ता है
इन चाँद सितारों की दुनिया में धुप कहा पर छुपती है
कविवर मेरे हो जाने पर सछचाइ कहा पर छुपती है
इन चाँद सितारों की दुनिआ में जखम कहा पर बिकते है
इन चाँद सितारों की दुनिया में सूरज कहा पर रहता है
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