ऐ वक़्त जरा रुक के चल ,
कुछ करना अभी भी बाकि है
बहुतों ने छोड़ा मुझे
उनसे मिलना मिलना अभी भी बाकि है
जरा थम जा ऐ वक़्त
कुछ रूठे है मानना अभी भी बाकि है
याद तो यादें ही है, पर उनकी बातें अभी भी बाकि
है
ऐ वक़्त जरा रुक के चल,
हमारे अपने जो छूटे है
उनसे मिलना अभी भी बाकि है,
यादों के सहारे तो हम जी रहे
पर न जाने उनका क्या हुआ
जो हमारे अतीत हुए ,
थम जा
ऐ वक़्त जरा
बस मेरी मंजिल अणि बाकि है
थम जा जरा ऐ वक़्त
बस हमारी कुछ याद अभी भी बाकि है
हमें जो छोड़ दिया
हर किसी से मिलना अभी भी बाकि है
रुक जा ऐ वक़्त जरा ,
बहुत लोग
है सहारे मेरे
उनसे भी मिलना अभी भी बाकि है
लोगों को धीरज दिया है मैंने
वो बचन पूरा करना बाकि है
रुक जा जरा ऐ वक़्त
बहुत से याद में मेरे है
उनसे बातें करना अभी भी बाकि है
ऐ वक़्त जरा रुक के चल
कुछ करना अभी भी बाकि है॥॥॥
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