सफर कैसा होगा ये तो मालूम नहीं मुझे
बस हम सफर तू होनी चाहिए
कितनी भी उदासी हो चेहरे पर
बस मुस्कराने की वजह तू होनी चाहिए
खुदा जाने किसकी लकीरो में क्या छिपा रखा है
ज़िन्दगी के सारे जोड़ घटाव मंजूर है मुझे म
मेरे हिस्सें में तू जरूर होनी चाहिए ..
बस हम सफर तू होनी चाहिए
कितनी भी उदासी हो चेहरे पर
बस मुस्कराने की वजह तू होनी चाहिए
खुदा जाने किसकी लकीरो में क्या छिपा रखा है
ज़िन्दगी के सारे जोड़ घटाव मंजूर है मुझे म
मेरे हिस्सें में तू जरूर होनी चाहिए ..
Vah good lines
जवाब देंहटाएंBahut achha poem hai ....
जवाब देंहटाएंnice lines ..
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