ऐ मोहब्बत मिली है जो मुझे तू बड़ी नसीब से
,छोडूंगा न तुझे मैं इतने करीब से
तू धड़कन है तू जान तू मोहब्बत है तू अरमान है ........
मेरी ज़िन्दगी की कितनी भी शाम ढल जाये ,
ये सर पर किसी का हाथ हो या न हो
लेकिन मेरी मोहब्बत तेरा पल्लू होना चाहिए .....
वक़्त ने हमको बेवक़्त कर दिया ,
पर हमने तुझे चाहना न छोड़ा है ,
तू तो भरी धुप की छाव है मेरी धड़कन ......
ज़िन्दगी रही मेरी तो फिर मिलेंगे ,मगर याद रखना अपने दिल में जब तक ज़िंदा हु मैं किसी को आने न दूंगा तेरे दिल में मेरी धड़कन .....
मोहब्बत की उस गहराई तक तुझे प्यार करुगा मेरी धड़कन,
जहा से लौट के आना आसां नहीं होता ,
और मौत के शिवा कुछ आना नहीं होता मेरी धड़कन .........
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