एक - बीमारी
न पता था मोहब्बत भी एक बीमारी है
पहले होती न थी पर अब तो होने पर जाती न है
मोहब्बत भी एक ऐसी बीमारी है ये मुझे पता ही था
कभी हश लेते थे मोहब्बत का नाम सुन कर
क्या हम भी कह देते थे किसी को
आज जब खुद हुआ तो एहसास ऐसा होता है
न नींद आती है न चैन आता है !
ऐसा लगता है जैसे कुछ खोया खोया सा है
न जाने ये कैसी बीमारी है
कोई इसका इलाज कैसे करवाए
क्यों की एक मज़बूरी का घर है ये मोहब्बत
जो समझ जाये उसको मिल जाती है
जो न समझ पाए उसकी छूट जाती है
फिर भी लोग ऐसे सुनते है जैसे कहानी है
मैं कहानी सुन कर थक गया
क्यों की कहानी को हकीकत में बदलने का वक़्त आ गया
ये न जाने क्यों ऐसा होता है
क्या सबको ऐसा ही होता है !!
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