दोस्ती के ये गम कभी
भूल हम पाएंगे
हम दोस्त तुमसे
जुदाई बर्दास्त कर नहीं पाएंगे
ज़िन्दगी  के सिखर को उस मोड़ तक पंहुचा देना
देख दोस्त ये दुनिया आँखों पर पट्टी ही बथ  जाये
शायद वह दिन दूर नहीं
जब हम आपसे भी ज्यादा दूर होंगे
बर्दास्त करके मेरी दोस्ती
को कभी आजमाया अपने
शायद आपके लिए मेरे
दिल में कही कुआ सा बन गया
दोस्ती के ये गम कभी
भूल हम पाएंगे
अपनी ज़िन्दगी ही कुछ ऐसी
मेरे दोस्त जुदाई सह पायेगे
ऐसी जुदाई से अच्छी ही होती
की मिला हुआ होता दोस्त का ये प्याला
दोस्ती के उस गुण को , भुला कही हम पायगे
शायद मेरे दोस्त दोस्ती की जुदाई हम
अब कही कभी हम सह नहीं पाएंगे ॥॥

Rahul “Nitin”Gupta (BE Civil Engineering ,PMP,MBA Project Management ) is Project Director of this organization he have 8 years of experience in construction industry .He is experts in Site execution, planning , billing department ,Technical advisor .

Related Articles

  • Jeevan2019-01-21हम -आप वक़्त के सफर में हम सफर छूट जाते है जिन्हे आंखे संजोती है ऐसे सपने टूट जात… Read More
  • Jeevan2019-01-21दर्द मेरे दर्द में कभी कोई न मिला ऐसा फूल मेरी फुलवारी में न खिला जिसे चाहता थ… Read More
  • Jeevan2019-01-21कठिनाई हम अकेले ही कुछ कर जायेगे हम हमेशा नाम कर जायेगे हम ऐसा कुछ कर जायेगे द… Read More
  • Jeevan2019-01-21 सैर- मंझर हर सैर हर मंझार से हो आए है हम हर मुशाफिर हर मुश्किल से मिल आए है हम हर … Read More
  • Jeevan2019-01-21दिल्ली में हर बुलंदियां पूरी होगी दिल्ली में हर हसरत पूरी होगी दिल्ली में हर मंदिर दौ… Read More
  • Jeevan2019-01-21घर- आया बाहर से जब मै घर आया माँ देखि बेटे को अपने हुआ दुःख माँ को अब बेटे का तन… Read More

0 Comments:

Please do not message any spam