कंटको से मिल मिल के
बन गए अब हम है
रास्ते कहा है दूर
जिनके पास आ गए हम है
अब कंटको से मिल मिल के
बन गए हम है
दिल के घाव को मलहम लगाने वाले हम है
दुनिया के दुःख दर्द से
मिल मिल के बन गए हम है
शायद रास्ते अभी
फलदार बना लिए हम है
कंटको से मिल मिल के
बन गए अब हम है
आपका दर्द मुझे अब
अच्छा क्यों लगता है
क्यों की दिल दर्द बनो
हर इंसान के हम है
कांटे मुझे चुभे नहीं
क्यों की काँटों से मिल कर बने हम है
तपस्या में लीन रहकर
दिनतपाये दिन तपाये रात हम है ॥॥
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