मत रूठो सनम
मत रूठो सनम तुम मत रूठो मत रूठो सनम तुम
मर हम जायेगे तुम्हारे ही गम में
ऐसे न सताओ हमें तुम मेरे सनम ,
मत रूठो सनम तुम मत रूठो ,
चलो अब चलते है घर शाम हो गयी है
चलो चलते है घर अब शाम हो गयी
मत रूठो सनम तुम मत रूठो मत रूठो सनम तुम
दुनिया का काम है बीच में आना
पर तुम यूँ ही न रूठो न रूठो सनम
घर अपना है वोह अपना ही रहेगा
कोई दो चार दिन किराये पर लेकर के कहा जायेगा
मत रूठो सनम तुम मत रूठो मत रूठो सनम तुम
मेरी हो तुम मैं तुम्हरा हु सनम
दुनिया लाख चाहे कुछ भी कर ले सनम
हम चाह करके भी अलग न रह पाएंगे
ऐ मेरे सनम घर लौट आओ
ऐ मेरे यार घर लौट आओ
ऐ मेरे यार घर लौट आओ
कही देरी न हो जाये बिक जाये मकान तुम्हारा
तब तुम सोचती ही रह जाओगी
तब तुम सोचती रह जाओगी
क्या खोया है तुमने इसका अहसास हो जायेगा
चाहत में कह रहा हु तुम्हे लौट आओ सनम
मत रूठो सनम तुम मत रूठो मत रूठो सनम तुम !!
0 Comments:
Please do not message any spam