1- दुनिया की कोई ऐसी रीती रिवाज नहीं है
जो मुझे मेरे मंजिल से रोके वहा जाने से
मैं कोई ऐसा वैसा नहीं जो पैर कही पर रख दू .
मैं खुद का दीवाना हु जो आग में भी जलकर चल सकता हु !!
2-
जो मुझे मेरे मंजिल से रोके वहा जाने से
मैं कोई ऐसा वैसा नहीं जो पैर कही पर रख दू .
मैं खुद का दीवाना हु जो आग में भी जलकर चल सकता हु !!
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