दिल के दोस्त मन के दुश्मन बन गए आप है
हू मै हुनर से पीछे इसके कारण आप है
दिए आप कुछ बचन जिसको तोड़े आप है
जीवन पर मेरे कुल्हाड़ी चलाने वाले आप है
दिल में मेरे गन्दगी के लिए
जगह नहीं थी पर इसमें भरने वाले आप है
जीवन पर मेरे वार करने वाले आप है
हमेशा मैंने जीवन में अपने सोच सोचा
दिल की आवाज मेरी झूठी कही न गयी
दिल में भी अभी भरी है जिसके कारण आप है
इस पेन की लेखनी मेरी कभी झूठी नहीं गयी
दिल के मेरे दोस्त मन के मेरे दुश्मन
बन गए यही से आप है
था जो जोश मुझमे बुझाने वाले आप है
मेरे जज्बातों को भुलाने वाले आप है
कश्मे मैंने खायी जिसकी चिता जलाने वाले आप है
दिन रात सोचु सोचता ही रहता हू मै
एक पागल कुत्ते से भी आवारा करने वाले आप है
मेरे मन पे गोले बारूद की बरसात करने वाले आप है
इस लेख पर क्या समझाऊ बस
मेरे इतने के कारण बन गए आप है ॥॥॥
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