जब भी मुँह ढक लेता हु तेरी जुल्फों की छाव में
,
एक नया
गीत उत्तर आता है मेरे मन के गांव में
जब भी मुँह ढक लेता हु तेरी आखों की छाव में ,
एक नया गीत उत्त्तर आता है मेरे मन के गांव में
तुम मेरी दिल की धड़कन, मैं तुम्हारे दिल में
नींद खुले मेरी तेरे आँखों के आगे
जब भी मैं मुँह ढक लेता हु तेरी जुल्फों की छाव
में
एक नया गीत आ जाता है मेरे मन के गांव में
मैं दिल में तेरे प्यार जगा पाउ इतनी कोशिश करता
हु
दिल मेरा तड़पे दिल तेरा तड़पे क्यों ,
इतना है प्यार तुम्हे ,तेरी जुल्फों की छाव में
!!
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