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लिखा गया ग्रंथ जब मेरे इतिहास का तब शब्द में आयी मेरी बहना
देखा गया जब मेरी जीवन गाथा तब देखा गया शब्द मेरी बहना
हर मंझर हर सय ने चाहा हमें अलग रखने को तब हमको संभाला मेरी बहना
जीवन जब ओझल हो गया आँखों का  पानी सुख गया तब शब्द में आयी मेरी बहना
 जब दर्द हद से ज्यादा बढ़ गया जब कुछ अपने पराये हो गए तब दर्द संभाला मेरी बहना
जब जीवन में मरने की कशम हमने खायी थी तब हमको संभाला मेरी बहना
जब जीवन में कोई न अपने पास दिखा तब आयी शब्दों में मेरी बहना
जब आँखों में नमी आयी तो सूखाने में काम आयी मेरी बहना
जीवन इतना आसान नहीं ये समझाने वाला कोई नहीं तब आयी मेरी बहना
न अपने आप का ख्याल करे वो लेकिन हमको हर बार याद करे वो मेरी बहना
न जाने क्या हुआ होगा उसके दिल पर जब मैं न पूछा होगा हाल उसका
लेकिन कुछ भी हो ,है तोह वोह मेरी बहना !!!

Rahul “Nitin”Gupta (BE Civil Engineering ,PMP,MBA Project Management ) is Project Director of this organization he have 8 years of experience in construction industry .He is experts in Site execution, planning , billing department ,Technical advisor .

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