Jeevan
भारत की महान संस्कृति और सभ्यता को बर्बाद करने का जिम्मेदार कौन है?
Rahul Nitin Gupta
भारत की महान संस्कृति और सभ्यता को बर्बाद करने का जिम्मेदार किसी एक व्यक्ति को नहीं ठहराया जा सकता हैहमारी संस्कृति और सभ्यता को बर्बाद करने में, हम और आप हैं। हम और आप जानते हैं जो हमारे संस्कृति और सभ्यता को बर्बाद करेगी। उसी की ओर और आकर्षित होते हैं। भारत की संस्कृति और सभ्यता को शब्दों में ही समेट कर रख चुके हैं। इसे वास्तविकता का रूप देते ही नहीं।
भारतीय संस्कृति और सभ्यता बर्बाद न हो। इसके लिए, हमें और आप को अपनी संस्कृति और सभ्यता को वास्तविकता का रूप देना होगा। न कि शब्दों में समेट कर रखें।
संस्कृति आंतरिक अनुभूति से संबंधित है। जिसमें मन और हृदय की पवित्रता निहित हैं। इसमें कला, विज्ञान, और नृत्य और मानव जीवन के उच्चतर उपलब्धियां सम्मिलित हैं। संस्कृति मानव अन्तर्मन का उच्चतम स्तर है।
सभ्यता जीवन को जीने के बेहतर तरीके और कभी-कभी अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपने समक्ष प्रकृति को झुका देना। इसके अंतर्गत समाजों को राजनैतिक रूप से सुपरिभाषित वर्गों में संगठित करना भी सम्मिलित है। जो भोजन, वस्त्र, संप्रेषण आदि विषय में अपने जीवन स्तर पर सुधारने का प्रयास करते रहना। मानव समाज के सकारात्मक, प्रगतिशील और समावेशी विकास को करना, उन्नत कृषि और व्यापार, व्यवसायिक और नागरीकरण की विशेषज्ञता आदि की उन्नत स्थिति हो। इन मूल तत्वों के अलावा,सभ्यता कुछ माध्यमिक तत्वों, जैसे विकसित यातायात व्यवस्था, लेखन, मापन के मानक, संविदा और नुकसानी पर आधारित विधि व्यवस्था, कला के महान शैलियों, गणित, उन्नत धातुकर्म एवं खगोल विद्या आदि स्थिति से परिभाषित होती है।
0 Comments:
Please do not message any spam