चिलम के अंगारे जैसे तेरे गुलाबी होठ ,इंद्रा धनुष के रंग जैसे तेरे गाल ,
सुराही में पानी छलकता जैसे तेरी कमर ,आस्मां में चमकते सितारे जैसे तेरे बाल ,मुस्कान तेरी जैसे सुबह के सूरज का निकलना ...
जुल्फे तेरी क्या कहने ,क्या कहने ,
मेरी मोहब्बत, मेरी जज्जबात ,मेरी गीत ,मेरी ग़ज़ल
जनाजा मेरा मत उठवा देना ,कभी बेवफा कहकर
हम मर्दो ने जब भी लिखा तुझे वफ़ा समझ कर
तुमने हर जगह हमें लिख दिया बेवफा .....
मेरी मोहब्बत मेरी जान मेरी फलक मेरी अरमान
मेरी धड़कन मेरी ज़िन्दगी मेरी तसल्ली मेरी फुर्सत
मेरी मान मेरी सम्मान ,मेरी ज़िन्दगी तुझसे है ...
मेरी मोहब्बत मेरी मुकद्दर मेरी नसीब मेरी जहां
तू ही रब तू ही खुदा ,हमने सब है तेरे लिए लिखा ....
मेरी ज़िन्दगी के हर पन्ने पर है नाम तेरा
मेरी मोहब्बत मेरी सरताज तू ही तो मेरा अजान है
जिससे मेरी होती सुबह और शाम है ...
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