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याद है मुझे याद है मुझे
जब तुम बाहर भेजते वक़्त रोया करती थी 
याद है मुझे याद है मुझे
तुम्हारे आंख के आँशु यह बताते थे
 हमको तुम कितना प्यार करती हो 
मेरे लिए क्या कर गुजरने की हिम्मत रखती हो तुम  
याद है मुझे याद है मुझे 
जब तुम रसोड़े जाके छुपके रोया करती थी 
पूछने पर कहती थी आँख में कुछ गिरा है 
याद है मुझे याद है मुझे 
मैंने जब पहली बार तुमसे पूछा था
क्या मैं जाऊ देश के बाहर 
या मैं रह जाऊ साथ तुम्हारे 
तुमने जो आह भर कर हाँ किया था मुझको 
आज भी याद है मुझे याद है मुझे 
तुम खुद से भी ज्यादा ध्यान हमारा देती हो 
तुम खुद से भी ज्यादा प्यार हमें करती हो
यह उस दिन की रात से पूछो 
जिस दिन मैंने तुमसे पूछा था 
याद है मुझे याद है मुझे 
तुम्हारे साथ गुजारे हर दिन मेरे ज़िन्दगी के 
सबसे सुकून के दिन थे 
मालूम नहीं मुझे कितने दिन की यह जुदाई लिखी है नसीब में हा तुम पर मुझे गर्व होता है उस दिन से 
तुमने मेरा पाँव नहीं खींचा 
मै धन्य हुआ था ऐसा प्यार पाके 
याद है मुझे याद है मुझे ...

Rahul “Nitin”Gupta (BE Civil Engineering ,PMP,MBA Project Management ) is Project Director of this organization he have 8 years of experience in construction industry .He is experts in Site execution, planning , billing department ,Technical advisor .

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