जब तक गांव में था शहर की चिंता थी
जब शहर गया तब गांव पता चला
शहर गया तब दूसरे बड़े शहर में जाने की चिंता थी
जब बड़े शहर गया तब फिर से अपने गांव की याद आयी
जब बड़े शहर गया तब बिदेश जाने की बड़ी चिंता थी
जब बिदेश गया तो अपना देश याद आया ...
वन्दे मातरम्
जिंदगी जीना भी चाहूं जो तेरे बिन तो जिया खुद से नही जाता ।दिन तो कट जाता है मगर ,रात करवट में बदलती है
ब्रांडेड पहन कर हर कोई ब्रांडेड हो सकता है ।लेकिन जो भी जो भी हम पहने और वोह ब्रांडेड हो जाए ।।।तो ।।
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