तरस जाओगे तुम मेरी आवाज सुनने को।
बरस बीतेंगे मगर मैं बोल नहीं पाऊंगा।
मैं न तुमसे बोलूंगा ना तुम्हें बुलवाऊंगा।
दूर बैठ के बस निगाहे मिलाऊंगा।
पास आने की जुर्रत नहीं करना।
पास होकर भी मैं दूर चला जाऊंगा।
जो बढ़ गई दूरी तो हम मिल ना पाएंगे।
जो तूने साथ किया है मेरे राहुल उसे कभी भूल ना पाएगा बस याद रहे
तरस जाओगे तुम मेरी आवाज सुनने को।
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