खूबसूरत
तू इतनी जो खूबसूरत है
दिल करता है ये जान लुटा दू ,
ए दिलबर तू इतनी जो खूबसूरत है
तू इतनी इतरा के जो चलती है
छलकती जाम की जो ये सूरत है
दिल करता है तेरे गोरे,बदन पर क्या लिख डालू
तू इतनी जो खूबसूरत है,तू इतनी जो खूबसूरत है
अपना मैं तुझे बना लू दिल यही करता है
तू मेरी हो जा मैं तेरा हो जाऊ
बस इतनी ही दुआ करता हु
तू इतनी जो खूबसूरत है
लोग देखकर तुझे ,रात- भर न सोते है
सपनों में तू उनके ,भी जाकर अपना घर बनाती है
ऐ महबूब मेरे तू मेरी हो जा मैं तेरा हो जाऊ
तू इतनी जो खूबसूरत है ,
ऐसा लगता है जैसे तू खूबसूरती की मूरत है !!
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