सब सच है
ये सब सच है गीत नहीं है
ये सब सच है गीत नहीं है
जहा प्यार मिल जाये वही पर घर बना लगे
जिसको जितना प्यार दिया उसने उतना किया बर्बाद
ये सब सच है गीत नहीं है
जिनको सोचा हमने अच्छा वोह निकले बेगाने
ये सब सच है गीत नहीं है
मैंने लिखा है उन पर जो ऐसी ऐसी बातें
कभी वोह भी सोचे हमने कितने है गम खाये
ये सब सच है गीत नहीं है
ये सब सच है प्रीत नहीं है
हमने जीने का मकसद उनको था जो समझा
वोह निकले ऐसे मोह मोड़ कर मुझसे
जैसे कोई नहीं हो मुझसे उनका नाता
ये सब सच है गीत नहीं
ये सब सच है प्रीत नहीं है !!
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